Bilaspur news-"जमीन से मात्र 7 फीट ऊपर से गुजर रहा करंट के तार ने ली,, 12 वर्षीय स्कूली छात्र की जान,
शेख असलम की रिपोर्ट,,,
जमीन से मात्र 7 फीट ऊपर से गुजर रहा करंट के तार ने ली,, 12 वर्षीय स्कूली छात्र की जान,
बिलासपुर- सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम पंधी चारपारा में मंगलवार दोपहर करंट से हुए हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। यहां 12 वर्षीय स्कूली छात्र आदित्य सूर्यवंशी की मौत हो गई। करंट की चपेट में आने से उसके पिता संजय सूर्यवंशी भी घायल हो गए। यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुआ, क्योंकि गांव में 11 केवी का तार जमीन से मात्र 7 फीट ऊपर से गुजर रहा था। जानकारी के मुताबिक आदित्य पांचवीं कक्षा का छात्र था। दोपहर खाना खाने के बाद वह घर के सामने खेल रहा था। खेल-खेल में वह गांव के ही संजय मिश्रा के घर के 5 फीट ऊंचे बाउंड्रीवाल पर चढ़ गया। इसी दौरान वह 11 केवी तार की चपेट में आ गया और नीचे गिर पड़ा। बेटे को गिरते देख पिता संजय भी दीवार पर चढ़े, लेकिन करंट की जद में आकर वे भी घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही सरपंच वीरेंद्र साहू मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। 112 की टीम के साथ सीपत पुलिस मौके पर पहुंची और घायल पिता-पुत्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने आदित्य को मृत घोषित कर दिया, जबकि पिता का इलाज जारी है।
बिजली विभाग ने जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला.......
हादसे के बाद जब रफ्तार न्यूज सीजी टीम ने बिजली विभाग सीपत के जूनियर इंजीनियर रंजना देवांगन से बात की, तो उन्होंने कहा कि मुझे वहां के स्थिति की जानकारी नहीं थी, क्योंकि मैं नई हूं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद बिजलीकर्मियों से पूछने पर पता चला कि वहां पोल की आवश्यकता है। गड्ढा भी खोदा गया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने पोल लगाने से रोक दिया। फिलहाल जांच की जा रही है और व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। हालांकि सरपंच वीरेंद्र साहू का कहना है कि विभाग को जानकारी थी, बावजूद कार्रवाई नहीं हुई और इसी लापरवाही से मासूम की जान गई।
छुट्टी के दिन बंद था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र........
हादसे के समय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद मिला। पुलिस टीम घायल पिता-पुत्र को लेकर अस्पताल पहुंची तो ड्यूटी पर कोई मौजूद नहीं था। सरकारी क्वार्टर में रहने वाली नर्स ने मौके पर पहुंचकर बताया कि आदित्य की सांसे थम चुकी हैं और पिता को प्राथमिक उपचार दिया। ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी सीपत जैसे औद्योगिक क्षेत्र में आज भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं है, जिससे लोगों को बेहतर इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
तीन साल पहले मां की मौत, टूट गया परिवार का सहारा......
आदित्य की मां का निधन तीन साल पहले गंभीर बीमारी के दौरान हो गया था। पिता संजय तीनों बच्चों का अकेले पालन-पोषण कर रहे थे। आदित्य सबसे बड़ा बेटा था। बेटे की मौत के बाद पिता अस्पताल के दरवाजे पर फूट-फूट कर रो पड़े।
जांच के बाद तय होगी जिम्मेदारी......
सीपत थाना प्रभारी ने कहा है,कि घटना की जांच की जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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