Bilaspur news-बालिकाओं का सशक्तिकरण समाज की प्रगति का आधार है- बीके मंजू
शेख असलम की रिपोर्ट,
शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे बालिका दिवस पर विशेष उद्बोधन*
*बालिकाओं का सशक्तिकरण समाज की प्रगति का आधार है: बीके मंजू*
*ईश्वरीय मत को मनुष्य मत समझना भारी भूल है: बीके मंजू*
बिलासपुरः विश्व बालिका दिवस हर साल बालिकाओं के अधिकारों और महत्व को समझाने के लिए मनाया जाता है। इसका उद्देश्य समाज में लड़कियों को समान अवसर, शिक्षा, और सम्मान दिलाना है। यह दिन हमें लैंगिक भेदभाव मिटाने और बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने का संदेश देता है। लड़कियों का सशक्तिकरण समाज की प्रगति का आधार है। यह बाते शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे बालिका दिवस पर उद्बोधन देते बीके मंजू ने कही।
बीके मंजू ने कहा कि परमात्मा कलयुग अंत मे साधारण बूढ़े तन का आधार लेते है। साधारण मनुष्यों जैसे वार्तालाप एवं व्यवहार करते है। लेकिन परमात्मा साधारणता मे भी सदैव उँची स्थिति मे स्थित रहते है। साधारण कर्म को देख परमात्मा के मत को मनुष्य मत समझने की भूल नही करना है। ऐसा करने से सारे कल्प के लिये घाटा हो सकता है। परमात्मा का मत हमे सिर्फ इस अंतिम जन्म मे मिलता है।
आगे कहा कि जैसे परमात्मा मनुष्यों जैसे साधारण कर्म, व्यवहार करते भी सदैव ऊँची स्थिति मे रहते है वैसे हम बच्चों को ऊँची स्थिति मे रहते कर्म करना है। कर्म क्या कर रहे है यह महत्वपूर्ण नही है बल्कि कर्म करते मन बुद्धि की स्थिति कैसी है यह महत्वपूर्ण है।
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