Bilaspur news-"साइन लैंग्वेज की 25 वर्षों की उपलब्धि पर शासकीय दृष्टि-श्रवण बाधित विद्यालय तिफरा में सांस्कृतिक आयोजन,,,,
शेख असलम की रिपोर्ट,,,
बिलासपुर -15 दिसम्बर को शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित,विद्यालय तिफरा बिलासपुर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथी द्वारा दीप प्रज्वलन कर सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो पर माल्यार्पण किया गया एवं दृष्टिबाधित बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना का गीत प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि श्री एसएस दुरे, अपर कलेक्टर बिलासपुर एवं उपस्थित अतिथियों का स्वागत बुझे से सयुक्त सचालक टी. भावे एवं श्रीमती बबीता कमलेश उपनियंत्रक बेल प्रेस द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में बारित छात्रओं द्वारा नृत्य एव दृष्टिबाधित छात्रों द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। साईन वेज की 25 वर्ष की उपलब्धि पर बी प्रदीप शर्मा प्रभारी अधीक्षक ने कहा,, कि बाधित बच्चे जो कि सुन तथा बोल नहीं सकते, फिर भी ये अपना अध्ययन कार्य सुगमता एवं सरलता से करते आ रहे हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम में संयुक्त संचालक टीपी भावे ने प्रकाश डालते हुये,,,श्रवणबाधित छात्रों के अध्ययन कार्य की प्रशसा की। उन्होंने समाज कल्याण की विशेष उपलब्धियों की सराहना विभिन्न चलने वाली योजनाओं को बताया। मुख्य अतिथि श्री एस. एस. दुबे, अपर डिप्टी कलेक्टर बिलासपुर ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये कहा,, कि साइन लैंग्वेज की शुरुआत 1820 में भारत में हुई जो कि पहले ही हो जानी चाहिए थी।
सरकार ने दिव्यांगों के लिये बहुत सारी सुविधाए संचालित की हुई है,,लेकिन जानकारी के अभाव में सभी दिव्यांगों को यह जानकारी नहीं मिल पाती। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है. जिससे हम सारी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं, और अपने जीवन को अच्छा बना सकते हैं सन् 2020 में भारत सरकार ने भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एक प्रशिक्षण केन्द्र (OSLRTC) के माध्यम से ISI को बढ़ावा दिया। वर्तमान में सांकेतिक भाषा को अन्य महत्वपूर्ण भाषा के रूप में मान्यता मिली है। इस अवसर पर विभागीय अधिकारियों में श्रीमती बबीता कमलेश उपनियन्त्रक सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्री प्रशात मोकासे, श्री उत्तमराव माथनकर श्री प्रशांत द्विवेदी, श्री प्रदीप शर्मा, श्री देवेन्द्र कुमार चंद्रा, सुश्री श्रीना दीक्षित, श्री संजय खुराना, श्रीमती मंजू रंगारी, श्री दीक्षात पटेल, श्री अशोक अग्रवाल एवं संस्थाओं से, रोशनी भारती, कामनी साहू गिरजा धीवर, क्षिप्ता कश्यप जान्हवी मिश्रा, जी. सुनिता, जानवी, श्रीमती रेखा चौहान, कु पूर्णिमा पाण्डेय, श्रीमती अंजनी बर्मन, श्रीमती शालिनी त्रिपाठी, विभागीय शासकीय एवं अशासकीय सस्थाओं के अधिकारी/कर्मचारी का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रशांत मोकासे ने किया।
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